shabda Tarang
Saturday, 25 July 2020
था कभी..
था कभी..
था कभी पर अभी नही
ऐसा नही की कभी नही।
हाँ! सच है की अब तू नही
तू नही तो कोई और सही।
क्यों कि,
ज़िन्दगी कभी रुकती नही
रुक जाए वो ज़िन्दगी नही।
कह गए है ज्ञानी
अपना कभी जाता नाही
और जो चला गया वो अपना नही।
--सुनील पवार..
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