टूटे पत्ते..
सुखे, टूटे पत्ते
कभी जाया नही होते है।
मिट्टी में मिलकर भी
नया सृजन वो करते है।
पीढ़ी दर पीढ़ी
यही चलता आया है।
भविष्य सँवारने के लिए
भूतकाल काम आया है।
हमे भी सीखनी चाहिए
कुछ बाते कुदरत से।
मगर
लालच से भरा इन्सान
मुकर जाता है हर बात से।
--सुनील पवार..

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