सुप्रभात...🌞
ज़िन्दगी सुप्रभात...🌞
ज़िन्दगी चाहे जो भी हो
खुद से यूँ नाराज न हो।
खुद से यूँ नाराज न हो।
कितने तूफान छुपे दिल मे
इसका किसे अंदाज न हो।
इसका किसे अंदाज न हो।
क्रोध दबाएं दिल मे रख
उसका कभी आगाज़ न हो।
उसका कभी आगाज़ न हो।
तकलीफें भली जितनी हो
चेहरे पर कभी सिकंज न हो।
चेहरे पर कभी सिकंज न हो।
लाख सताए दुनिया हमे
मगर मन मे कोई रंज न हो।
--सुनिल पवार...✍️
मगर मन मे कोई रंज न हो।
--सुनिल पवार...✍️
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