Tuesday, 16 June 2015

|| चेहरा ||

|| चेहरा ||
×××××××
कभी कभी कुछ ऐसा होता
एक चेहरा कोही दिल को भाता..
दिल में फिर कुछ कुछ होता
समजाये दिल ना समजता..!!

दिल में जिसके है प्यार पनकता
पलखो पे उसको बिछाये रखता..
उसके सिवा और कही ना दिल लगता
देखने उसे हर पल तरसता..!!

मगर....

एक चेहरा वोह नहीं यारो
जो इंसान को नजरिया लुभाता
एक चेहरा वोह भी है यारो
जो दिल और आत्मा से देखा जाता..!!

*******सुनिल पवार........

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